अंबर पर बदली छाई, सूखे पड़े खेतों में मादकता है छाई, ताल , पोखर सब जल से भरे हैं और मिट्टी की सुगंध आ... अंबर पर बदली छाई, सूखे पड़े खेतों में मादकता है छाई, ताल , पोखर सब जल से भरे हैं ...
प्यासी धरती,प्यासी नदिया,प्यासी बगिया तड़प रही थी, बुझी प्यास है इन सबकी जो अब आ गयी ये सारी बूंदें प्यासी धरती,प्यासी नदिया,प्यासी बगिया तड़प रही थी, बुझी प्यास है इन सबकी जो अब आ ...
जलधारी बादल ऐसे गरजे बरसे सबकी प्यास मिटाने जलधारी बादल ऐसे गरजे बरसे सबकी प्यास मिटाने
कलियों के संग नाचूँ गाऊँ फिर तितली बन जाऊँ। कलियों के संग नाचूँ गाऊँ फिर तितली बन जाऊँ।
प्रेम के होते कई चेहरे जो दिखते हमें हरे भरे।। प्रेम के होते कई चेहरे जो दिखते हमें हरे भरे।।
मलिन मत करो कुदरत को थोड़ा तो सुच्चा रहने दो....।। मलिन मत करो कुदरत को थोड़ा तो सुच्चा रहने दो....।।